कॉमनवेल्थ गेम्स में लौटा भारत का सबसे ज्यादा मेडल वाला खेल, पर कुश्ती के हटने से लगा झटका

Commonwealth Games 2022 Sports list: भारत ने बर्मिंघम खेलों में कुश्ती में सबसे अधिक 12 (छह स्वर्ण, एक रजत,  पांच कांस्य) पदक हासिल किये थे. यह खेल 2010 के बाद से लगातार चार खेलों में शामिल रहा. दूसरी ओर, तीरंदाजी केवल दो बार कॉमनवेल्थ खेलों का हिस्सा रहा है. यह 1982 और 2010 में इन खेलों का हिस्सा बना और भारत इन खेलों की सर्वकालिक पदक तालिका में तीरंदाजी में दूसरे स्थान पर है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 5, 2022, 06:11 PM IST
  • पहली बार कॉमनवेल्थ का हिस्सा बनेंगे ये खेल
    कुश्ती के हटने से भारत को नुकसान
कॉमनवेल्थ गेम्स में लौटा भारत का सबसे ज्यादा मेडल वाला खेल, पर कुश्ती के हटने से लगा झटका

Commonwealth Games 2022 Sports list: ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया में 2026 में होने वाले कॉमनवेल्थ खेलों (सीडब्ल्यूजी) की सूची में निशानेबाजी की वापसी होगी, जबकि कुश्ती को हटाये जाने से भारत को निराशा होगी. कॉमनवेल्थ खेल महासंघ (सीजीएफ) और कॉमनवेल्थ खेल ऑस्ट्रेलिया ने बुधवार को विक्टोरिया 2026 सीडब्ल्यूजी के लिए पूर्ण खेल कार्यक्रम की घोषणा की, जिसमें 20 खेल और 26 स्पर्धाएं शामिल हैं. इसमें से नौ पूरी तरह से पैरा खेलों के लिए हैं. 

इन खेलों में निशानेबाजी की वापसी भारत के लिए खुशखबरी है, तो वहीं पर कुश्ती का हटना निराशाजनक है. निशानेबाजी को बर्मिंघम में हुए पिछले खेलों की सूची से हटा दिया गया था. निशानेबाजी कॉमनवेल्थ खेलों में अब तक 135 पदक (63 स्वर्ण, 44 रजत और 28 कांस्य) के साथ भारत का सबसे मजबूत खेल रहा है. कुश्ती इस सूची में 114 (49 स्वर्ण, 39 रजत और 26 कांस्य) पदक के साथ तीसरे स्थान पर है. 

निशानेबाजी की वापसी से भारत खुश

भारत ने 2018 गोल्ड कोस्ट सीजन में निशानेबाजी में 16 पदक (सात  स्वर्ण, चार रजत और पांच कांस्य) जीते थे, जो देश के कुल 66 पदकों का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा था. सीडब्ल्यूजी 2026 में पैरा-निशानेबाजी के जुड़ने से भारत की पदक तालिका में भी इजाफा होगा. लेकिन कुश्ती की अनुपस्थिति से टीम को नुकसान होगा. 

कुश्ती के हटने से भारत को नुकसान

भारत ने बर्मिंघम खेलों में कुश्ती में सबसे अधिक 12 (छह स्वर्ण, एक रजत,  पांच कांस्य) पदक हासिल किये थे. यह खेल 2010 के बाद से लगातार चार खेलों में शामिल रहा . दूसरी ओर, तीरंदाजी केवल दो बार कॉमनवेल्थ खेलों का हिस्सा रहा है. यह 1982 और 2010 में इन खेलों का हिस्सा बना और भारत इन खेलों की सर्वकालिक पदक तालिका में तीरंदाजी में दूसरे स्थान पर है. 

भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने इस साल अप्रैल में सीजीएफ को 2026 सीडब्ल्यूजी में निशानेबाजी, कुश्ती और तीरंदाजी को शामिल करने के लिए लिखा था. उन्होंने इस खेलों की प्रारंभिक सूची से इन तीनों को हटाने के फैसले को ‘चौंकाने वाला’ बताया गया था. 

पहली बार कॉमनवेल्थ का हिस्सा बनेंगे ये खेल

गोल्फ, 3x3 बास्केटबॉल, 3x3 व्हीलचेयर बास्केटबॉल, कोस्टल रोइंग, निशानेबाजी , पैरा निशानेबाजी , बीएमएक्स रेसिंग, माउंटेन बाइक क्रॉस कंट्री, ट्रैक साइक्लिंग और पैरा साइकिलिंग ट्रैक को सूची में जोड़ा गया है. कोस्टल रोइंग, गोल्फ और बीएमएक्स पहली बार कॉमनवेल्थ खेलों का हिस्सा बनेंगे.

सीजीएफ से जारी मीडिया विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘ विक्टोरिया 2026 भी गोल्फ, कोस्टल रोइंग और रोड रेस में पैरा स्पर्धाओं को जोड़ने का प्रस्ताव रख रहा है. इस खेलों के जुड़ाव को लेकर वह  कॉमनवेल्थ खेल महासंघ और प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय खेल संघों के साथ काम करेगा. खेल प्रतिस्पर्धी और रोमांच से भरपूर होने के लिए तैयार हैं, जिसमें  पूरी तरह से एकीकृत पैरा खेल कार्यक्रम शामिल है. कोस्टल रोइंग, गोल्फ और बीएमएक्स का पदार्पण और निशानेबाजी तथा 3x3 बास्केटबॉल की वापसी इसे रोमांचक बनायेंगे.’

जानें कब से कब तक होगा कॉमनवेल्थ गेम्स 

आगामी कॉमनवेल्थ खेलों का आयोजन 17 से 29 मार्च (2026)  तक ऑस्ट्रेलिया के  विक्टोरिया राज्य में मेलबर्न, जिलॉन्ग, बेंडिगो, बल्लारेट और गिप्सलैंड सहित कई शहरों और क्षेत्रीय केंद्रों में किया जाएगा. इसका उद्घाटन समारोह प्रतिष्ठित मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में होगा. 

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