जानें, एक ऐसे संत की कहानी जिसने गोदावरी को अपना बहन और गुरू माना
गोदावरी के इस किनारे में रची बसी है एक ऐसे संत की कहानी जिसने गोदावरी को अपनी बहन माना गुरू माना और फिर अंतिम समय में उसी के जल में समाधि ले ली. माना जाता है, जिस जगह पर उन्होंने समाधि ली वहां एक कमल पुष्प खिल गया था. जानें, एक ऐसे संत की कहानी जिसने गोदावरी को अपना बहन और गुरू माना. देखना ना भूलें ज़ी हिन्दुस्तान की खास पेशकश 'जीवनधारा' शनिवार और रविवार सुबह 8.25 बजे...
- Zee Media Bureau
- Jan 19, 2019, 07:07 PM IST
गोदावरी के इस किनारे में रची बसी है एक ऐसे संत की कहानी जिसने गोदावरी को अपनी बहन माना गुरू माना और फिर अंतिम समय में उसी के जल में समाधि ले ली. माना जाता है, जिस जगह पर उन्होंने समाधि ली वहां एक कमल पुष्प खिल गया था. जानें, एक ऐसे संत की कहानी जिसने गोदावरी को अपना बहन और गुरू माना. देखना ना भूलें ज़ी हिन्दुस्तान की खास पेशकश 'जीवनधारा' शनिवार और रविवार सुबह 8.25 बजे...