मिसाल: 9 सालों से नहीं खरीदी फल-सब्जी, छत पर करते हैं खेती
शहरों में रहने वाले कई लोगों को, अक्सर ये शिकायतें रहती हैं, कि उनके पास टाइम नहीं है. ज़मीन नहीं है, फिर वो खेती-किसानी की भला कैसे सोच सकते हैं? ऐसे लोगों को लखनऊ के महेन्द्र कुमार सचान से काफी कुछ सीखने की ज़रूरत है, जिन्होने पिछले नौ वर्षों से बाजार से कोई सब्जी नहीं खरीदी, क्योंकि वो घर की छत पर ही जैविक सब्जियों को उगाकर उसका इस्तेमाल करते है.
- Zee Media Bureau
- Nov 20, 2018, 05:01 PM IST
शहरों में रहने वाले कई लोगों को, अक्सर ये शिकायतें रहती हैं, कि उनके पास टाइम नहीं है. ज़मीन नहीं है, फिर वो खेती-किसानी की भला कैसे सोच सकते हैं? ऐसे लोगों को लखनऊ के महेन्द्र कुमार सचान से काफी कुछ सीखने की ज़रूरत है, जिन्होने पिछले नौ वर्षों से बाजार से कोई सब्जी नहीं खरीदी, क्योंकि वो घर की छत पर ही जैविक सब्जियों को उगाकर उसका इस्तेमाल करते है.