नई दिल्ली: इजिप्ट एक ऐसा देश है जो मिडिल ईस्ट में तो है लेकिन बहुत धनी देश नहीं है. इस देश की एक तिहाई आबादी औसतन एक सौ पंद्रह सौ रुपये से कम में अपना दिन गुज़ारता है. लेकिन इस देश का दिल बड़े बड़े अमीर देशों से भी ज्यादा अमीर है.
कोरोना राहत सामग्री भेजी मिस्र ने अमेरिका को
मिस्र के लिए माना जाता कि यह अमेरिका से सबसे अधिक मदद हासिल करने वाले देशों में एक है लेकिन अब ऐसा नहीं कहा जाएगा. इजिप्ट ने अब मेडिकल सप्लाई से भरा एक विमान अमेरिका भेजा है जो उसके धन्यवाद की अभिव्यक्ति भी है और उसकी उदारता की भी. ये सहायता, ज़ाहिर ही है, इजिप्ट ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए अमेरिका को भेजी है.
दो और भी देशों को भेजी मदद
हैरानी की बात है और अपने आप में मिसाल भी कि जिस देश की एक तिहाई जनसंख्या एक सौ पंद्रह रूपये से भी कम में अपना दैनिक जीवन व्यतीत करती हो, उस देश ने दुनिया के तीन बड़े देशों को मदद भेजी है. इजिप्ट की ये मदद दुनिया की किसी भी मदद से बड़ी मदद है इन देशों के लिए क्योंकि ये एक ऐसे वक्त पर आई है जब छोटी मदद भी बड़ी मदद की हैसियत रखती है. कोरोना के मुसीबत काल में इजिप्ट ने अमेरिका के अतिरिक्त चीन और इटली को भी सहायता भेजी है.
अब्देल फतह अल सीसी का उदार चेहरा है ये
अब्देल फतह अल सीसी हैं इस बड़े दिल के मुज़ाहिरे के पीछे की सूरत. ये वही सज्जन हैं जो इजिप्ट में पहले एक मिलिटरी जनरल के तौर पर अपनी सेवायें अपने देश को दे रहे थे और इसके बाद देश ने इनकी काबिलियत देख कर सबसे बड़ी जिम्मेदारी इनको सौंप दी. और अब अब्देल फतह अल सीसी इजिप्ट के नए राष्ट्रपति हैं. सीसी ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से अच्छे रिश्ते बनाने के लिए हमेशा पहल कदमी की है.
विमान में भेजी है मेडिकल सहायता
इजिप्ट ने अमेरिका को अपने विमान से जो सहायता भेजी है वह कोरोना के खिलाफ अमेरिका की जंग की मदद करने वाली मेडिकल सहायता है. इजिप्ट के राष्ट्रपति के दफ्तर से जारी एक वीडियो में इजिप्ट के मिलिट्री कार्गो प्लेन में मेडिकल सप्लाई लोड करते दिखाया गया है.
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उधर अमेरिकी नेता डच रुपर्सबर्गर ने जानकारी दी है कि इजिप्ट से भेजा गया विमान वॉशिंगटन के पास एन्ड्रू एयर फोर्स स्टेशन पर उतरा है. इस विमान में इजिप्ट ने 2 लाख मास्क, 48 हजार शू कवर, 20 हजार सर्जिकल कैप्स और अन्य कई वस्तुएं अमेरिका को भेजी हैं.
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