Dharamshala: धर्मशाला में CM सुक्खू और सुधीर शर्मा के समर्थकों के बीच हुई झड़प, स्थिति तनावपूर्ण
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Dharamshala: धर्मशाला में CM सुक्खू और सुधीर शर्मा के समर्थकों के बीच हुई झड़प, स्थिति तनावपूर्ण

Dharamshala News in Hindi: धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा और सीएम सुक्खू के समर्थकों में जमकर हुई बहस, कुछ समय के लिए माहौल पूरी तरह से तनावपूर्ण रहा. 

Dharamshala: धर्मशाला में CM सुक्खू और सुधीर शर्मा के समर्थकों के बीच हुई झड़प, स्थिति तनावपूर्ण

Dharamshala News: धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा की बगाबत के बाद अब धर्मशाला की कांग्रेस में भी बगाबत साफ देखी जाने लगी है. 

आज धर्मशाला के कचहरी अड्डा में कांग्रेसियों के बीच हाई बोल्टेज ड्रामा देखने को मिला, यहां खुद को कट्टर कांग्रेसी बताने वाले कांग्रेसी नेता विजेंद्रकर्ण अपने गुट के साथ कचहरी अड्डा में सुधीर शर्मा का पुतला जलाने पहुंचे, लेकिन इससे पहले कि वो लोग यहां विधायक सुधीर शर्मा का पुतला जलाते. उसी  वक्त पर सुधीर शर्मा गुट के लोग यूथ कांग्रेस धर्मशाला अध्यक्ष अश्वनी राणा अपने समर्थकों के साथ पहुंच गये और उन्होंने विजेंद्रकर्ण के मंसूबों पर एक नहीं बल्कि दो मर्तबा पानी फेर दिया और उन्हें पुतला नहीं जलाने दिया गया. 

इस दौरान दोनों ही गुटों में तीखी झड़प भी देखने को मिली, जिससे कि कुछ समय के लिए माहौल पूरी तरह से तनावपूर्ण हो गया. करीब 2 घंटे तक सुधीर समर्थकों और दूसरे गुट में झड़प होती रही.  झड़प की सूचना मिलने पर कचहरी में भारी पुलिस बल भी तैनात रहा. 

दोनों गुटों में झड़प होते देख धर्मशाला के SHO सुरेंद्र सिंह ने मोर्चा सम्भालते हुए पुलिसकर्मियों के सहयोग से दोनों ही गुटों को बड़ी मुश्किलों से शांत करवाया. इस दौरान विजेंद्रकर्ण ने कहा कि सुधीर शर्मा हमेशा पार्टी विरोधी काम करते रहे हैं. उन्होंने साल 2019 के उपचुनावों में भी अपना बागी चेहरा दिखाया और नगर निगम के चुनावों में भी कुछ ऐसा ही रवैया रहा. 

उनको लेकर हमेशा से ही भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जाती रही और आज अंततः वो जाते हुये भी नजर आ रहे हैं. उनकी खिलाफत बेहद जरूरी थी, कर्ण ने आरोप लगाया कि सुधीर के गुंडों ने पुलिस की मदद से उन्हें उनका पुतला जलाने से रोक लिया जो कि सरासर अन्याय है.

धर्मशाला से पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी व सीएम सुक्खू समर्थक विजय इंद्र कर्ण ने कहा कि हम शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना चाहते थे, जिसे दूसरे पक्ष ने खराब करने का प्रयास किया है. यह लोग व्यक्ति विशेष के इशारे पर यहां आए हैं.  हमने दो बार पुतला जलाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस प्रशासन भी दूसरे पक्ष का समर्थन कर रहा है और हमें पुतला नहीं जलाने दिया. 

दूसरे पक्ष की ओर से सीएम सुक्खू पर निराधार आरोप लगाकर व्यक्ति विशेष को बचाने का प्रयास किया है.  दूसरा पक्ष ऐसे व्यक्ति विशेष का साथ दे रहा है, जिन्होंने धर्मशाला उपचुनाव, नगर निगम चुनाव और अभी भी पार्टी विरोधी काम किया है.  धर्मशाला के व्यक्ति विशेष के बारे में आए दिन भाजपा में जाने की बातें सामने आ रही थी, हमें लगता है कि वह अब भाजपा में चले ही गए हैं. 

सुधीर शर्मा के विरोध में की जा रही नारेबाजी के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे सुधीर समर्थक धर्मशाला यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अश्वनी राणा ने कहा कि एक साल चार माह से गायब कांग्रेसी आज कहां से आ गए. सुधीर शर्मा धर्मशाला के लिए लड़ रहे हैं, जिनका लोगों को समर्थन करना चाहिए, ऐसा नहीं कि पुतला लेकर जलाने के लिए घूमते फिरें. खुद को कट्टर कांग्रेसी कहने वाले जो नेता यहां आए हैं. यह चुनावों के दौरान कहां गायब थे.  

सुधीर शर्मा वर्ष 2012 से धर्मशाला के विकास को गति देते रहे हैं. हम किसी को भी सुधीर शर्मा का पुतला नहीं जलाने देंगे.  सीएम सुक्खू कैसे मुख्यमंत्री हैं, जो सीयू के 30 करोड़ जमा नहीं करवा पाए.  सुधीर शर्मा के काम नहीं करते सीएम. सीएम को धर्मशाला में आना पड़ेगा और सुधीर शर्मा से मिलना होगा.  सुधीर शर्मा जहां भी जाएंगे, हम भी वहीं जाएंगे. 

रिपोर्ट- विपन कुमार, धर्मशाला

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