BPSC शिक्षक बने युवाओं में दहेज का गजब का क्रेज, जानें किस जाति में है सबसे हाई डिमांड

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Dec 10, 2024

BPSC शिक्षक

बिहार में लाखों युवा बीपीएससी की परीक्षा पास कर सरकारी शिक्षक बने हैं. अभी शादियों का सीजन चल रहा है. ऐसे में सरकारी शिक्षक बने सभी युवाओं की काफी डिमांड है.

फौज के जवान

बिहार में दूल्हा के रूप में युवा बीपीएससी शिक्षकों का डिमांड फौज के जवानों से भी ज्यादा है.

दरोगा और पुलिस

बिहार में शादी के लिए दरोगा और पुलिस में बहाल हुए युवाओं से भी ज्यादा डिमांड उन युवाओं का है जो बीपीएससी शिक्षक बने हैं.

जातिगत व्यवस्था

बिहार में जातिगत व्यवस्था बहुत मजबूत है. यहां जाति के हिसाब से लड़कों के दहेज की रेट उनके पिता और परिजनों द्वारा तय किया जाता है.

दहेज रेट

ऐसे में चलिए हम आपको लड़के की जाति के हिसाब से तय दहेज की रेट के बारे में बताते हैं. जो युवा बीपीएससी शिक्षक बने लड़कों के पिता द्वारा लड़की पक्ष से की जा रही है.

यादव

यादव जाती से बीपीएससी शिक्षक बने युवाओं का दहेज रेट सबसे ज्यादा है. जो कि 30-35 लाख है.

भूमिहार, कायस्थ, कुर्मी

भूमिहार, कायस्थ और कुर्मी दूसरे नंबर पर है, इन तीनों जाति के लड़कों का दहेज रेट 25-30 लाख है.

ब्राह्मण, कोइरी, बनिया

तीसरे स्थान पर ब्राह्मण है. जिसमें बीपीएससी शिक्षक बने युवाओं का दहेज रेट 20-25 लाख है. इसके बाद कोइरी जाति के लड़कों का दहेज रेज 15-25 लाख है और बनिया का 15-20 लाख है.

पासवान, रविदास, लोहार, गड़ेरी

पासवान, रविदास, लोहार और गड़ेरी जाति से बने बीपीएससी शिक्षक युवाओं का दहेज रेज 10-15 लाख है.

कुम्हार, ठाकुर, मुसहर

इसके बाद कुम्हार जाति का दहेज रेट 08-12 लाख है. ठाकुर का 8-10 लाख और मुसहर जाति का दहेज रेट 05-10 लाख है.

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