Atma Shradh: बिहार के इस मंदिर में जीते जी लोग करते हैं खुद का पिंडदान, जानें पौराणिक महत्व

Nishant Bharti
Jun 13, 2024

श्राद्ध

कई बार ऐसा सुनने को मिलता है कि किसी जीवित इंसान ने अपना श्राद्ध कर लिया है.

स्वयं का पिंड दान

लेकिन क्या आपको पता है कि बिहार के गया में एक ऐसा मंदिर है जहां कोई भी जीवित व्यक्ति स्वयं का पिंड दान और श्राद्ध कर सकता है.

भगवान जनार्दन मंदिर

वह स्थान गया में स्थित मां मंगला-गौरी मंदिर के परिसर स्थित भगवान जनार्दन मंदिर है.

मृत्यु संस्कार

जिस व्यक्ति के पास मृत्यु संस्कार करने वाला कोई नहीं है, वह यहां आकर जीवित अपना अनुष्ठान कर सकते हैं.

मां मंगला गौरी

गया के भस्म कूट पर्वत के ऊपर मां मंगला गौरी मंदिर के उत्तर में भगवान जनार्दन मंदिर स्थित है.

भगवान विष्णु

ऐसा कहा जाता है भगवान विष्णु जनार्दन स्वामी के रूप में यहां पिंड का ग्रहण करते हैं.

आत्म पिंडदान

माना जाता है कि यहां आत्म पिंडदान करने वाले को मरने के बाद मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है.

पिंड वेदी

गया में फिलहाल 45 पिंड वेदी है, जबकि 10 से अधिक तर्पण स्थल है. जहां पर पितरों का पिंडदान किया जाता है.

जनार्दन मंदिर वेदी

पूरे विश्व में जनार्दन मंदिर वेदी ही एक मात्र ऐसा स्थान है, जहां आत्म श्राद्ध यानि जीते जी खुद का पिंडदान किया जा सकता है.

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