आचार्य चाणक्य ने ऐसी महिलाओं को बताया अशुभ और चरित्रहीन

K Raj Mishra
Sep 11, 2023

आचार्य चाणक्य ने स्त्रियों को देवी का दर्जा देते हुए पूज्यनीय बताया है.

कुचरित्र स्त्री

आचार्य के अनुसार, कुछ महिलाएं अपने कुचरित्र से अपने साथ-साथ समाज का भी नुकसान करती हैं.

चरित्रहीन स्त्री

चाणक्य के अनुसार, चरित्रहीन महिलाओं को एक से अधिक पुरुषों से संबंध बनाने में शर्म नहीं आती.

दूसरे पुरुष से प्रेम

जो महिलाएं अपने पति के अलावा भी किसी पुरुष से प्रेम करें, आचार्य ने उन्हें कलंकिनी बताया है.

झगड़ालू स्त्री

जो महिलाएं अपने पति से लड़ाई करती हों, उसके परिवार को अपना परिवार नहीं मानती हों, वो अशुभ होती हैं.

दुष्ट स्वाभाव

चाणक्य के अनुसार दुष्ट स्वाभाव वाली स्त्री से हमेशा दूर रहना चाहिए. इनसे मान-सम्मान की हानि होती है.

कुसंस्कारी स्त्री

कुसंस्कारी स्त्री के साथ किसी भी प्रकार से संबंध रखने से आपको मानहानि का सामना करना पड़ता है.

स्वार्थी और लालची स्त्री

स्वार्थी और लालची स्त्री से भी दूर रहने में ही भलाई है. ऐसी स्त्री आपको पतन की ओर लेकर जाएगी.

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