यमलोक में हैं कितने द्वार, पापी आत्माओं को किस गेट से मिलती है एंट्री

K Raj Mishra
Nov 05, 2023

जन्म और मृत्यु

जन्म और मृत्यु एक अटल सत्य है. इसे कोई बदल नहीं सकता.

गरुड़ पुराण

गरुड़ पुराण ग्रंथ में जीवन, मृत्यु और मृत्यु के बाद की स्थिति के बारे में बताया गया है.

मरने के बाद

मृत्यु के बाद आत्मा धरती लोक छोड़कर यमलोक चली जाती है.

यमलोक की यात्रा

यमलोक तक की यात्रा में आत्मा को कर्मों के अनुसार सुख-दुख भोगने पड़ते हैं.

यमलोक के द्वार

यमलोक में 4 मुख्य द्वार होते हैं- पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण.

कर्मों के हिसाब से प्रवेश

आत्मा के कर्मों के हिसाब से ही यमपुरी के द्वार से उसको प्रवेश मिलता है.

पूर्व द्वार

पूर्व द्वार से द्वार से योगी, ऋषि, सिद्ध और संबुद्ध लोगों को प्रवेश मिलता है.

पश्चिम द्वार

तीर्थस्थान पर मरने वाले और धर्माचारी आत्माओं का प्रवेश पश्चिम द्वार से होता है.

उत्तर द्वार

माता-पिता की सेवा करने वाली आत्माएं उत्तर द्वार से अंदर जाती हैं.

पापी आत्माओं का प्रवेश दक्षिण द्वार से होता है. इसे ही नरक द्वार कहा जाता है.

सूचना

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