प्रदोष व्रत हर माह की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है, जिस वजह से हर महीने में 2 प्रदोष व्रत पड़ते हैं.
पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 26 अक्टूबर सुबह 09.44 बजे से शुरू होगी.
यह त्रयोदशी तिथि 27 अक्टूबर 2023, शुक्रवार के दिन सुबह 06.56 बजे तक मान्य रहेगी.
ऐसे में अक्टूबर माह का अंतिम प्रदोष व्रत शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि यानी 26 अक्टूबर को रखा जाएगा.
यह व्रत गुरुवार के दिन पड़ रहा है, जिस वजह से इसे गुरु प्रदोष व्रत कहा जाएगा.
प्रदोष व्रत के दिन सूर्यास्त के बाद भगवान शिव की पूजा का विधान है.
इस दिन शिव पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 05.41 बजे से लेकर रात 08.15 बजे तक है.
गुरु प्रदोष व्रत करने से शिव जी की विशेष कृपा और दुश्मनों पर विजय प्राप्त होती है.
साथ ही जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और खुशियों का आगमन होता है.