डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सिवान जिले में हुआ था.
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Aug 11, 2023
पढ़ाई में होशियार
वह बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार थे और सभी धर्मों को एक समान मानते थे.
कम उम्र में शादी
उस समय बाल विवाह काफी प्रचलन में था, इसलिए उनकी शादी महज 12 साल की उम्र में हो गई थी.
स्टूडेंट कॉन्फ्रेंस की स्थापना
1906 में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने बिहारियों के लिए एक स्टूडेंट कॉन्फ्रेंस की स्थापना की, जिसमें श्री कृष्ण सिन्हा और डॉ. अनुग्रह नारायण जैसे बड़े नेता भी थे.
गांधी के समर्थक
वकालत में पोस्ट ग्रैजुएट डॉ. राजेन्द्र प्रसाद महात्मा गांधी के बहुत बड़े समर्थक थे.
सत्याग्रह आंदोलन
साल 1931 में हुए सत्याग्रह आंदोलन और 1942 में हुए भारत छोड़ो आंदोलन में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था.
कांग्रेस अध्यक्ष
साल 1934 से 1935 तक डॉ. राजेन्द्र प्रसाद कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे.
बॉम्बे सेशन अध्यक्ष
डॉ. प्रसाद को 1935 में कांग्रेस के बॉम्बे सेशन का अध्यक्ष बनाया गया.
खाद्य एवं कृषि मंत्री
1946 में हुए चुनाव के बाद उन्हें केंद्र सरकार में खाद्य एवं कृषि मंत्री बनाया गया था.
भारत के पहले राष्ट्रपति
स्वतंत्रता के बाद उन्हें आजाद भारत का पहला राष्ट्रपति बनाया गया.
भारत रत्न
राष्ट्र के प्रति उनके योगदान को देखते हुए उन्हें देश के सबसे बड़े पुरस्कार भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया.