अनुग्रह नारायण सिंह

कौन थे बिहार निर्माता अनुग्रह नारायण सिंह? जिन्होंने बिहार में लाई थी विकास की बहार

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Aug 05, 2023

बिहार विभूति

अनुग्रह नारायण सिंह को बाबू साहेब और बिहार विभूति के नाम से भी जाना जाता है

जन्म

बाबू साहेब का जन्म 18 जून 1887 को औरंगाबाद जिले के पोइमा गांव में हुआ था.

प्राध्यापक और वकील

भागलपुर के टीएनजे कॉलेज में इतिहास के प्राध्यापक और पटना हाईकोर्ट में वकील भी रह चुके हैं.

राजनीति में दिलचस्पी

हालांकि पढाई के दौरान ही उनकी राजनीति में भी दिलचस्पी बढ़ गई थी, इसलिए कुछ समय बाद वकालत छोड़ वो राजनिती में आ गए थे.

महात्मा गांधी से मुलाकात

अनुग्रह सिंह के जीवन में बदलाव तब आया, जब वह 1917 में चंपारण आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी से मिले.

बाबू साहेब

अंग्रेजों के दमन के खिलाफ लड़ने और महात्मा गांधी का साथ देने के लिए उन्होंने वकालत छोड़ दी थी.

बिहार निर्माण

आजादी के पहले और आजादी के बाद अनुग्रह नारायण सिन्हा का बिहार के निर्माण में अहम भूमिका रही है.

पहले वित्त मंत्री

आजादी के बाद अनुग्रह नारायण सिंह बिहार के पहले वित्त मंत्री बनाए गए थे.

विकास कार्य

बाबू साहेब द्वारा किए विकास कार्यों की छाप आज भी देखने को मिलती है.

निधन

5 जुलाई 1957 को उनका निधन हो गया, लेकिन आज भी उनके परिवार के लोग कांग्रेस से जुड़े हुए हैं.

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