Jitiya Vrat 2023: क्यों करते हैं जीवित्पुत्रिका व्रत? जानिए वजह

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Sep 20, 2023

महाभारत से जुड़ी कथा

पौणिक शास्त्रों के अनुसार, महाभारत के युद्ध में अपने पिता को खोने के बाद अश्वत्थामा बहुत क्रोधित हो गया था.

अश्वत्थामा

वह पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए पांडवों के शिविर गया और वहां सो रहे पांच लोगों को पांडव समझ कर मार दिया, लेकिन वो पांचों पांडव नहीं बल्कि द्रौपदी के पांचों पुत्र थे.

अर्जुन

यह सब देखकर अर्जुन ने क्रोध में अश्वत्थामा को बंदी बनाकर दिव्य मणि छीन ली.

अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा

अश्वत्थामा ने इस बात का बदला लेने के लिए अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रही संतान को ब्रह्मास्त्र चलाकर मार डाला.

भगवान कृष्ण

ऐसे में भगवान कृष्ण ने अपने सभी पुण्यों का फल उत्तरा की अजन्मी बालक को देकर उसे पुन: जीवित कर दिया.

जीवित्पुत्रिका

गर्भ में मरकर जीवित होने की वजह से इस बच्चे को जीवित्पुत्रिका नाम दिया गया.

जितिया व्रत (Jitiya Vrat)

तब से संतान की लंबी आयु और सुरक्षा के लिए जितिया व्रत किया जाने लगा.

जितिया तिथि (Jitiya Tithi)

जितिया व्रत हर साल आश्विन माह में कृष्ण-पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है.

Jitiya Vrat 2023

साल 2023 में जितिया का व्रत 6 अक्टूबर, शुक्रवार को रखा जाएगा.

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