Jivitputrika Vrat 2023 में बरतें ये 8 सावधानियां : आचार्य मदन मोहन जी

PUSHPENDER KUMAR
Sep 19, 2023

Jitiya Festival in Bihar

आचार्य मदन मोहन के अनुसार व्रत के पहले दिन व्रती स्नान के बाद ही भोजन करते हैं, लेकिन इस दिन लहसुन, प्याज, मांसाहार, और तामसिक भोजन से बचना चाहिए.

Rules of Jitiya Fast

आचार्य जी के अनुसार जीवित्पुत्रिका व्रत को हर साल रखना चाहिए और इसे बीच में नहीं छोड़ना चाहिए. यह व्रत पहले सास के द्वारा किया जाता है, फिर बहू द्वारा किया जाता है.

Jivitputrika 2023

जीवित्पुत्रिका व्रत अगर आपने शुरू कर दिया है तो इसे हर साल रखना चाहिए. अगर कोई सच्चे मन से रखता है तो उसकी हर मुराद पूरी होती है.

Jitiya Vrat ka Mahatva

मदन मोहन कहते है कि इस व्रत के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना आवश्यक है और मानसिक रूप से भी बैरभाव से दूर रहना चाहिए.

Vrat Puja

जीवित्पुत्रिका व्रत में आचमन करना वर्जित होता है, इसलिए जल का भी एक बूंद नहीं ग्रहण करना चाहिए.

Jitiya Vrat Puja

व्रत के तीन दिनों के बाद तीसरे दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करने और पूजा-पाठ करने के बाद ही व्रत का पारण करें.

Jivitputrika Vrat

आचार्य मदन मोहन के अनुसार बता दें कि व्रत को रखने से पहले प्रदोष काल में गाय के गोबर से पूजा स्थल को सफाई करें. इसके अलावा एक छोटा सा तालाब बनाएं.

Jivitputrika Vrat Puja Vidhi

आचार्य के अनुसार जीमूतवाहन की कुश से बनी मूर्ति को जल या मिट्टी के पात्र में स्थापित करें. साथ ही उन्हें पीले और लाल रुई से सजाएं.

Jitiya Vrat katha

उन्होंने कहा कि धूप, दीप, अक्षत, फूल, और माला से उनकी पूजा करें और जीवितपुत्रिका की व्रत कथा को पढ़ें. अंत में सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित कर व्रत का पारण करें.

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