Khatna History: इस्लाम में खतना प्रथा की शुरुआत कब और कैसे हुई? जान लीजिए
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Dec 19, 2024
नर शिशु
खतना एक तरह की प्रथा है जिसे इस्लाम धर्म में जन्म लेने वाले नर शिशु के साथ किया जाता है. इस प्रथा को शिशु के जन्म के मात्र 1 या 2 दिन बाद उसके लिंग के सिरे को ढकने वाली त्वचा को सर्जरी के माध्यम से हटाया जाता है.
नवजात शिशु
इस्लाम धर्म में खतना नवजात शिशु के अलावा बड़े बच्चों और कहीं-कहीं पर लड़कियों के साथ भी किया जाता है.
इस्लाम धर्म
खतना प्रथा की शुरुआत सबसे पहले इस्लाम धर्म के जरिए मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के कई देशों में हुई थी.
रशीदुन खलीफा
खतना प्रथा की शुरुआत रशीदुन खलीफा के द्वारा की गई थी.
खतना की परंपरा
मुसलमानों में खतना की परंपरा, इस्लाम से पहले अरब की बुतपरस्त प्रथाओं और अनुष्ठानों से ली गई थी.
सुन्नत
कुरान में खतने का जिक्र नहीं है, लेकिन सुन्नत में इसके बारे में थोड़ा प्रकाश डाला गया है. इसके बारे में जिक्र है.
कानून
सुन्नत में पैगंबर मुहम्मद ने कहा था कि खतना पुरुषों के लिए कानून है.
इस्लाम धर्म
इस्लाम धर्म में खतना को माना जाता है, इसे अपनाया जाता है लेकिन इस्लाम धर्म को अपनाने के लिए ये जरूरी नहीं होता है.
संक्रमण
मान्यता है कि खतना करने से पुरुषों में होने वाली कुछ समस्या या बीमारी को रोका जा सकता है. इससे मूत्र मार्ग में संक्रमण होने की संभावना कम होती है.
Disclaimer
यहां प्रस्तुत की गई जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. Zee न्युज इसकी पुष्टि नहीं करता है.