Ramayana Facts: क्या विभीषण ने रावण के वध के बाद उसका अंतिम संस्कार करने से कर दिया था इनकार?
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Dec 19, 2024
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
त्रेता युग में भगवान विष्णु के अवतार श्री राम का धरती पर जन्म मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में महाराज दशरथ के पुत्र के तौर पर हुआ था.
धर्म की जीत
भगवान राम ने बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत की स्थापना करने के लिए लंका के राजा दशानन रावण का वध किया था.
विभीषण
बहुत लोगों के मन में जिज्ञासा होती होगी कि जब प्रभु राम ने रावण का वध किया था, क्या इसके बाद रावण के छोटे भाई विभीषण ने उनका अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था.
अंतिम संस्कार
या फिर विभीषण ने ही अपने बड़े भाई रावण का अंतिम संस्कार किया था. चलिए हम आपको इसके बारे में बता देते हैं.
रावण वध
जब प्रभु राम ने लंबे समय तक चलने वाले संग्राम के बाद रावण का वध किया था, उस समय रावण की पत्नी मंदोदरी जोर-जोर से विलाप करने लगी थी.
मंदोदरी
मंदोदरी के विलाप को सुन भगवान राम ने रावण के भाई विभीषण को मंदोदरी और अन्य स्त्रियों को उनका धैर्य बांधने और रावण का दाह संस्कार करने को कहा.
अंतिम संस्कार
इस बात को सुन विभीषण ने भगवान राम से बहुत ही विनम्रता के साथ कहा कि रावण मेरे बड़े भाई थे, लेकिन उन्होंने अपने जीवन में बहुत क्रूर कर्म किए थे. इसलिए मैं इनका अंतिम संस्कार नहीं करूंगा.
क्रूर कर्म
विभीषण की इस बात को सुनकर प्रभु राम ने कहा कि वो तुम्हार श्रेष्ठ भाई है, भले की उसने अपने जीवन में कई क्रूर कर्म किए हो, लेकिन तुम्हारा अपने भाई का अंतिम संस्कार करना फर्ज है.
महाज्ञानी और महापराक्रमी
भगवान राम ने विभीषण को बताया कि रावण जैसा महाज्ञानी और महापराक्रमी तीनों लोग में कोई नहीं था. रावण इतना पराक्रमी था की उसने तीनों लोक में कोई पराजित नहीं कर सकता था.
रावण अंत
रावण महापराक्रमी होने के साथ चारों वेदों का ज्ञाता था. उसने जीवन में क्रूर कर्म किया इसलिए उसका अंत हो गया.
रावण का अंतिम संस्कार
तुम उसके छोटे भाई हो, इसलिए तुम्हें अपने बड़े भाई का अंतिम संस्कार करना चाहिए, ये तुम्हारा फर्ज है. भगवान राम की इन बातों को सुनने के बाद विभीषण ने ही अपने भाई रावण का अंतिम संस्कार किया था.