Lord Hanuman: हनुमान जी को मिला था अजर-अमर का वरदान तो कलयुग में क्यों नहीं देते दिखाई?

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jun 21, 2024

जन्म

हनुमान जी ने वानर जाति में जन्म लिया था. उनकी माता का नाम अंजनी और पिता का नाम वानरराज केसरी था.

बजरंगबली

पुराणों के मान्यता के मुताबिक बजरंगबली बहुत शक्तिशाली हैं. उनका शरीर वज्र के समान है इसलिए उन्हें बजरंगबली कहते हैं.

देवता

भगवान श्री राम के परम भक्त हनुमान जी को बल, बुद्धि और विद्या प्रदान करने वाला देवता माना जाता है और हनुमान जी को कलयुगी देवताओं में से भी एक माना गया है.

भक्त

भगवान श्री राम के परम भक्त हनुमान जी को अमर होने का दर्जा मिला है.

अमर होने का कथा

वाल्मीकि रामायण के अनुसार, जब रावण ने माता सीता का हरण किया तब माता सीता को खोजने में भगवान श्रीराम की मदद के लिए हनुमान जी लंका पहुंचे थे.

अमर का वरदान

अपने स्वामी श्री राम के प्रति हनुमान जी का प्रेम देखकर माता सीता ने प्रसन्न होकर उनको अजर अमर होने का वरदान दिया और कहा कि वे हमेशा इसी तरह सभी राम भक्तों के संकटों को दूर करते रहें.

पुराणों के अनुसार

रामायण की कथा के अनुसार हनुमान जी आज भी धरती पर मौजूद या जीवित हैं और वह अपने भक्तों के कष्टों को दूर करते हैं. कथाओं और पुराणों के अनुसार यह माना गया है कि हनुमान जी एक मात्र ऐसे देवता हैं, जो कलयुग में धरती पर जीवित हैं.

नोट: यह जानकारी सिर्फ मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है. किसी भी जानकारी को मानने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें.

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