Chanakya Niti: मनुष्य को रात्रि में इन कार्यों को नहीं करना चाहिए, भारी नुकसान का करना पड़ सकता है सामना!

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Aug 27, 2024

कौटिल्य

भारत के विद्वान व्यक्तियों में से एक और मौर्य साम्राज्य के महामंत्री कौटिल्य, जिने आचार्य चाणक्य के नाम से पूरी दुनिया जानती है.

आचार्य चाणक्य

आचार्य चाणक्य के अपने जीवन काल में कईयों नीतियों की रचना की थी. जिसे हम नीति शास्त्र के रूप में जानते हैं.

नीति शास्त्र

आचार्य चाणक्य द्वारा लिखे गए नीति शास्त्र को भारत के वेद, पुराण, और भारतीय संस्कृति के महान ग्रंथों में से एक माना गया है.

रात के समय

आचार्य का कहना है कि मनुष्य को रात के समय कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए.

नुकसानदायक

रात के समय कुछ कार्यों को करना काफी नुकसानदायक हो सकता है. चलिए हम आपको इन कामों के बारे में बताते हैं.

प्रात: काल उठना

आचार्य चाणक्य के मुताबिक मनुष्य को समय से सोना और प्रात: काल उठना चाहिए. देर रात तक जगे रहना बिल्कुल भी सही नहीं होती है.

शारीरिक समस्या

आचार्य चाणक्य का कहना है कि बिना किसी कारण, व्यर्थ में देर रात तक जागने वाले व्यक्ति को शारीरिक समस्या का सामना करना पर सकता है.

रासायनिक प्रक्रिया

आचार्य चाणक्य के अनुसार रात्रि में मनुष्य को आराम करना चाहिए, क्योंकि रात के समय शरीर में ऐसी रासायनिक प्रक्रिया होती है. जो कि मनुष्य को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है.

समय पर सोना

समय पर सोना मनुष्य के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है. इससे वो अपने लक्ष्य, काम और जिंदगी पर अच्छे से ध्यान दे पाता है.

योगी

आचार्य चाणक्य के मुताबिक रात में सिर्फ ईश्वर की भक्ति में लीन रहने वाले श्रद्धालु और योगी ही जगे रहते हैं.

ईश्वर की उपासना

आम मनुष्य को रात्रि में समय अनुसार सोने के साथ, सुबह जल्दी उठकर ईश्वर की उपासना करनी चाहिए. इससे उनका मन और स्वास्थ्य दोनों सही रहता है.

सकारात्मक फल

मनुष्य को समय अनुसार अपना सभी काम करना चाहिए, तभी उसे सकारात्मक फल की प्राप्ति होती है.

डिस्क्लेमर

प्रस्तुत की गई जानकारी सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. Zee न्युज इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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