बिहार में यहां आए थे हनुमान जी, आते ही बना लिए गए थे बंदी

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Oct 01, 2024

हिंदू धर्म में पवित्र ग्रंथ रामायण में भगवान राम के जीवन का वर्णन है.

रामायण के अनुसार, रावण का वध करने के बाद भगवान राम अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ अयोध्या लौट आए थे.

अयोध्या लौटकर भगवान राम ने राजपाठ संभाला. हालांकि, कुछ दिनों बाद ही भगवान राम को माता सीता का त्याग करना पड़ा था.

जिसके माता वन में ऋषि वाल्मिकी के आश्रम में जाकर रहीं थीं. यहीं पर उन्होंने लव-कुश को जन्म दिया था.

वहीं माता से अलग होने के बाद भगवान ने अश्वमेध यज्ञ किया था. इस अश्व (घोड़े) को रोकने की हिम्मत किसी में नहीं थी.

हालांकि, भगवान राम के बेटों यानी लव-कुश ने ही इस घोड़े को पकड़ कर बंदी बना लिया था.

भगवान राम ने अपने कई योद्धाओं को भेजा, लेकिन लव और कुश ने सभी को हरा दिया था.

लव-कुश से युद्ध करने भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न सहित हनुमान जी भी आए थे, लेकिन सभी हार गए थे.

लव-कुश ने हनुमान जी को भी बंदी बना लिया था. कहते हैं कि हनुमान जी उनको पहचान गए थे, इसलिए खुद ही बंदी बन गए थे.

यह स्थान बिहार के वाल्मिकी नगर में पड़ता है. ऋषि वाल्मिकी के कारण ही इसका यह नाम पड़ा है.

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