सोमवती अमावस्या

जब अमावस्या तिथि सोमवार के दिन पड़ती है तो उसे सोमवती अमावस्या के नाम से जाना जाता है

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jul 13, 2023

भगवान शिव और माता पार्वती

सोमवती अमावस्या पर पितरों, भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है.

अमावस्या तिथि

साल 2023, सावन के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 16 जुलाई को 10.09 बजे से अगले दिन 17 जुलाई को रात में 12.02 बजे तक रहेगी.

सोमवती अमावस्या का व्रत

उदया तिथि 17 तारीख को होने के कारण सोमवती अमावस्या का व्रत 17 जुलाई को रखा जाएगा

पुष्कर योग

जब सोमवार को अमावस्या तिथि लग जाती है तो उसे पुष्कर योग बनता है जो काफी शुभ माना जाता है.

भगवान शिव की उपासना

सोमवती अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ और भगवान शिव की उपासना करनी चाहिए.

जल चढ़ाना

इस दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि के बाद जल में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर पीपल के पेड़ पर चढ़ाएं.

पीपल की परिक्रमा

इसके बाद कच्चे सूत के धागे से 108 बार पीपल की परिक्रमा करें.

अखंड सौभाग्य

मान्यता है कि ऐसा करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

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