कहां हैं स्वर्ग की सीढ़ियां, जिनका महाभारत में है जिक्र?

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Jun 01, 2024

स्वर्ग की सीढ़ी

मृत्यु के बाद हर व्यक्ति को निश्चय ही अपने कर्मों के अनुसार स्वर्ग या नरक में जाना पड़ेगा. लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्वर्ग की सीढ़ियां कहां? आइए जानें.

कहां हैं स्वर्ग ?

स्वर्ग जाने वाली सीढ़ियों के बारे में महाभारत में जिक्र मिलता है जिसके अनुसार स्वर्ग जाने की सीढ़ियां भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है.

स्वर्ग जाने का रास्ता

उत्तराखंड के चमोली जिले में एक ऐसी जगह है, जहां कथित तौर पर स्वर्ग जाने का रास्ता मिलता है. इस रास्ते को ही स्वर्ग जाने की सीढ़ी भी कहा जाता है.

मान्यता

इस जगह के पीछे मान्यता है कि महाभारत में युद्ध के बाद पांडव भी इसी रास्ते से स्वर्ग गए थे. माणा गांव में यह जगह है, जिसे भारत का पहला गांव कहा जाता है.

कहा है उल्लेख

महाभारत में उल्लेख के अनुसार, धरती पर बिना शरीर का त्याग किए इस जगह से होकर स्वर्ग जाया जा सकता है. बताया गया है कि महाभारत के 17वें अध्याय में इसका उल्लेख देखने को मिला है

पहले कौन गया स्वर्ग के रास्ते?

सबसे पहले पांडव और द्रौपदी माणा गांव के इसी रास्ते से स्वर्ग की ओर गए, जिस वजह से इसे स्वर्ग का रास्ता कहा गया है.

प्राण का त्याग

इसके बाद नकुल और अर्जुन की मृत्यु हुई और फिर भीम की, एक-एक कर युधिष्ठिर को छोड़कर सभी पांडव ने रास्ते में ही अपने प्राणों को त्याग दिया.

कुत्ते के साथ चढ़ी सीढ़ियां

मान्यता है कि युधिष्ठिर ने एक कुत्ते के साथ स्वर्ग की सीढ़ी यहीं से चढ़ी थी. महाभारत के 17वें अध्याय में यह जिक्र है कि बिना मानव शरीर छोड़े यहां से स्वर्ग जा सकते हैं.

क्या मिलते हैं कई मत

हालांकि, स्वर्ग के इस रास्ते को लेकर कई तरह के मत भी हैं. उत्तराखंड में स्थित माणा गांव में हर साल बहुत से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं.

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