बिहार में चुनावी अभियान का आगाज करने के लिए PM Modi ने आखिर जमुई को ही क्यों चुना?

जमुई

तो चलिए हम इस स्टोरी में आपको जमुई की जानकारी देते है कि इसका पुराना नाम, यहां की बोली आदि क्या है.

क्या आप जानते है जमुई जिला का पुराना नाम?

साहित्यिक तथ्यों के अनुसार, जमुई को जांभ्ययाग्राम कहा जाता था. बता दें कि जैन धर्म के अनुसार, 24वीं तीर्थंकर भगवान महावीर ने उज्जियुवाल्या नाम की नदी थी. नदी के किनारे उन्होंने जंघियाग्राम में दिव्य ज्ञान प्राप्त किया था.

जानें जमुई में कौन सी भाषा बोली जाती है?

साल 2011 की जनगणना के अनुसार, जमुई जिले की 25.27% आबादी मगही, 32% लोग अंगिका, 36.28% लोग हिंदी और 5.69% आबादी उर्दू बोलते थे.

कब हुई थी जमुई की स्थापना?

जमुई जिले की स्थापना साल 1991 में हुई थी. 1991 में इसे मुंगेर से अलग हो कर एक जिले का दर्जा प्राप्त हुआ था.

क्या है जमुई का अर्थ?

साहित्यिक तथ्यों संकेत करते है कि जमुई को जम्भियाग्राम भी कहा जाता था. जंघियाग्राम तट पर 24वीं तीर्थंकर महावीर ने ज्ञान प्राप्त किया था.

क्या आप जानते है कि जमुई जिले में कितना सोना है?

जानकारी के अनुसार और भारतीय खान ब्यूरो की एक रिपोर्ट के अनुसार, जमुई जिले में लगभग 222.88 मिलियन टन सोने का भंडार है. जिसमें 37.6 टन खनिज युक्त अयस्क भी शामिल है.

जमुई मुंगेर से जमुई कब अलग हुआ?

मुंगेर से अलग होकर 21 फरवरी 1991 को जमुई जिले का गठन एक जिले के रूप में हुआ था.

जमुई जिले में कितने गांव है?

जमुई जिले में कुल 1504 गांव शामिल हैं.

जमुई कौन सा देश है?

भारत के बिहार राज्य के 38 जिलों में से एक जिला जमुई है.

जमुई में कौन सा खनिज पाया जाता है?

जमुई में सोने के भंडार पाए जाते हैं.

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