Loco Pilot: आखिर ट्रेन के ड्राइवर को लोको पायलट क्यों कहा जाता है? जानें रोचक तथ्य

Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Oct 09, 2023

अधिकतम उम्र

अप्लाई करने वाले की उम्र अधिकतम 30 साल हो सकती है.

भारतीय नागरिक

लोको पायलट के लिए कोई भी भारतीय नागरिक आवेदन कर सकता है.

परीक्षा

परीक्षा को पास करने के बाद बाद मेडिकल फिर ट्रेनिंग होती है.

अप्लाई

इसमें अप्लाई के लिए वेबसाइट पर जानकारी दी जाती है. अप्लाई के बाद लिखित परीक्षा होती है.

आईटीआई होना चाहिए

इसके साथ आईटीआई होना चाहिए. जैसे- मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, टेक्नीशियन, वायरमैन ट्रेड.

भारतीय रेल

दरअसल, भारतीय रेल में लोको पायलट बनने के लिए कम से कम 10 वीं पास होना अनिवार्य है.

लोको पायलट का सिलेक्शन

अब जान लीजिए कि लोगो पायलट का चयन कैसे होते है.

लोको का सेलेक्शन

लोको का सेलेक्शन लिखित परीक्षा, मेडिकल और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के आधार पर होता है.

ट्रेन ड्राइवर की जॉब

ट्रेन ड्राइवर की जॉब के लिए लोको पायलट आधिकारिक पद का नाम है.

लोकोमोटिव इंजन को ड्राइव

भारत में ट्रेन चलाने वाला लोकोमोटिव इंजन को ड्राइव और कंट्रोल करता है, इसलिए लोको पायलट के नाम से बुलाया जाता है.

ट्रेन ड्राइवर

विश्व के कई हिस्सों में ट्रेन ड्राइवर को इंजीनियर, ट्रेन कंट्रोलर या ट्रेन हैंडलर के नाम से जाना जाता है.

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