शनिवार को लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान है.
वोटिंग खत्म होने के आधे घंटे बाद सर्वे एजेंसियां एग्जिट पोल जारी करने लगेंगी.
ऐसे में कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि आखिर पहला एग्जिट पोल कब आया होगा. या उस समय यह सही होगा या नहीं.
एग्जिट पोल की सबसे पहले शुरुआत अमेरिका (USA) में हुई थी.
1936 के राष्ट्रपति चुनाव में न्यूयॉर्क शहर में जॉर्ज गैलप और क्लॉड रोबिंसन सभी लोगों से यह सवाल किया था कि इस चुनाव में अपना वोट किसे दिया है
इंडिया में पहला एग्जिट पोल अनौपचारिक तौर पर हुआ था, जिसे इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ पब्लिक ओपिनियन की तरफ से किया गया था.
भारत में आजादी के बाद दूसरे चुनावी साल में इसका सर्वे हुआ था, लेकिन तब इसे एग्जिट पोल नहीं माना गया.
भारत में 1996 में पहला औपचारिक एग्जिट पोल हुआ. इसे सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (CSDS) ने करवाया था.
तब उस समय की पत्रकार रही नलिनी सिंह ने दूरदर्शन के लिए इस पोल को करवाया था
वहीं इस पोल ने लोगों को यह बताया कि भाजपा सबसे बड़ी दल बनेगी.
यह एग्जिट पोल सही निकला. भाजपा सबसे बड़ी दल को बनी, लेकिन अपने दम पर बहुमत हासिल नहीं कर पाई.