नीम के पत्ते के साथ इसकी निंबोली में भी छीपे हैं कई औषधीय गुण, जानें कैसे और कब खााएं
आयुर्वेद में नीम को औषधि के रूप में माना जाता है. इसके पत्ते के साथ उसकी निंबोली भी खाने में काफी फायदेमंद होती है.
नीम के गुणों के बारे में जानते हैं कि हैं आज आपको निंबोली के गुणों के बारे में बताते हैं.
नीम की निंबोली में विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट्स, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं.
निंबोली खाने से इम्यूनिटी बढ़ती है, ब्लड शुगर कंट्रोल होता है, पेट की समस्याएं दूर होती हैं और स्किन इंफेक्शन में मददगार साबित होती है.
निंबोली खाने से माउथ अल्सर के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया और फंगस को मारने में मदद करता है.
निंबोली में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होने से बॉडी में किसी भी तरह के इंफेक्शन को ठीक में मदद मिलती है.
निंबोली को खाने से स्किन को किल-मुहांसे को खत्म करने और साथ ही एंटी एजिंग की तरह काम करता है. साथ ही इससे स्किन सॉफ्ट और चमकदार बनती है.
निंबोली को खाली पेट चबाकर खाना चाहिए, लेकिन ज्यादा मात्रा में खाने से पेट में जलन हो सकती है. इसके साथ ही किसी तरह के इंफेक्शन या घाव पर पीसकर भी लगाया जा सकता है.