ग्वालियर से 14 किमी दूर है जगन्नाथजी का मंदिर, पौने 200 पहले हुआ था चमत्कार

Mahendra Bhargava
Jun 24, 2024

भगवान जगन्नाथ

ग्वालियर के कुलैथ गांव में जगन्नाथ जी, बहन सुभद्रा और दाऊ बलभद्र के साथ विराजे हैं.

रथ यात्रा

यहां हर साल ठीक उसी वक्त यात्रा निकाली जाती है, जब पुरी में रथ यात्रा का आयोजन होता है.

कुलैथ मुहूर्त

पुरी में यात्रा के दौरान कुलैथ प्रस्थान का मुहूर्त आता है, बाकायदा घोषणा की जाती है कि अब कुलैथ रवाना हो रहे हैं.

आषाढ़

आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया को पुरी के साथ ही कुलैथ में भी रथ यात्रा निकाली जाती है.

इतिहास

कुलैथ के जगन्नाथ मंदिर का इतिहास 172 साल पुराना बताया जाता है.

भक्त

उस वक्त संत सांबलदास जी ने लगातार कनक दंडवतत करते हुए 7 बार पुरी की यात्रा की थी.

भगवान

उनकी भक्ति से गदगद होकर भगवान जगन्नाथ कुलैथ में उनके साथ आ गए.

चमत्कार

आज भी कुलैथ में भगवान जगन्नाथ के चमत्कारों को देखा व महसूस किया जा सकता है.

भात का अटका

पुरी की तरह यहां भात के अटके चढाए जाते हैं और यह अटके भगवान के सामने खुद ही फूट जाते हैं.

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