फूल का दिल भी छलनी है.. कैफ भोपाली की ये शायरियां उड़ा देंगी आपका होश
Abhinaw Tripathi
Nov 02, 2024
Kaif Bhopali
अक्सर देखा जाता है कि लोग परेशानियों में रहने के बाद किसी न किसी की शायरियों को सुनना पसंद करते हैं. कुछ लोग प्यार में भी शायरियां सुनना पसंद करते हैं. ऐसे लोगों को हम बताने जा रहे हैं कैफ भोपाली की शायरियों के बारे में.
लोगों ने
तेरी लटों में सो लेते थे बे-घर आशिक़ बे-घर लोग,
बूढ़े बरगद आज तुझे भी काट गिराया लोगों ने.
तोहफे
दाग दुनिया ने दिए ज़ख़्म ज़माने से मिले
हम को तोहफे ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले
तस्वीर
झूम के जब रिंदों ने पिला दी, शैख़ ने चुपके चुपके दुआ दी
एक कमी थी ताजमहल में, मैंने तेरी तस्वीर लगा दी.
हिलाया होगा
कौन आएगा यहां कोई न आया होगा,
मेरा दरवाज़ा हवाओं ने हिलाया होगा.
तेरी गली
तेरी गली में आ निकले थे दोश हमारा इतना था,
पत्थर मारे तोहमत बांधी ऐब लगाया लोगों ने.
सलाम
सलाम उस पर अगर ऐसा कोई फ़नकार हो जाए,
सियाही ख़ून बन जाए क़लम तलवार हो जाए.
पनाह दी
मैंने पनाह दी तुझे बारिश की रात में,
तू जाते जाते आग मेरे घर में डाल दे.
सच
सच तो ये है फूल का दिल भी छलनी है,
हंसता चेहरा एक बहाना लगता है.