अंतिम समय में भीष्म पितामह ने अर्जुन को दिया था ये उपदेश, जानें

Abhinaw Tripathi
Jul 22, 2024

Mahabharata Story

महाभारत युद्ध से हमें कई तरह की सीख मिलती है. अर्जुन, कृष्ण, कर्ण का किरदार लोगों को जीवन की उलझनों से उबरना बताता है. ऐसे ही हम आपको बताने जा रहे हैं भीष्म पितामह ने मृत्यु शैय्या पर लेटने के बाद अर्जुन को क्या सीख दी थी.

दूसरों को कष्ट

ऐसा बात कभी मत करना जिससे दूसरों को कष्ट हो.

मनुष्य का शत्रु

दूसरों का अपमान करना, अहंकार और दम्भ में रहना ही मनुष्य के सबसे बड़े शत्रु हैं.

कठपुतली नहीं बनता

जो पुरुष भविष्य पर अधिकार रखता है, और समयानुकूल तत्काल विचार कर सकता है, वह दूसरों की कठपुतली नहीं बनता.

कर्तव्य और धर्म

भीष्म पितामह ने अर्जुन से कहा कि अपने कर्तव्य और धर्म को हमेशा सर्वोपरि रखना.

मर्यादा का त्याग

व्यक्ति को कभी भी लालसा में आकर अपनी मर्यादा का त्याग नहीं करना चाहिए.

समाज का कल्याण

सत्ता का उपयोग कभी भी उपभोग के लिए नहीं करना चाहिए, बल्कि कठिन परीक्षण करके समाज का कल्याण करना चाहिए.

पुत्र का प्रजा

एक शासक के लिए अपना पुत्र और प्रजा एक समान होनी चाहिए.

सुख की लालसा

तुम जीत जाओ तब भी न घमंड में आना और न ही सुख की लालसा रखना.

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