कोयले की खान के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है छत्तीसगढ़ का ये जिला
Abhinaw Tripathi
Dec 17, 2024
Chhattisgarh Historical Places
छत्तीसगढ़ में कई कोयले की खदाने हैं, ये प्रदेश कोयला खदान के लिए जाना जाता है, यहां पर एक जिला ऐसा भी है जो कोयले के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है, जानते हैं इसके बारे में.
सूरजपुर जिला
छत्तीसगढ़ का सूरजपुर जिला विशाल कोयला और यूरेनियम भंडार के लिए जाना जाता है. साथ ही ये धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखता है.
यूरेनियम के भंडार
अर्थव्यवस्था को लेकर भी ये जिला अपना अहम योगदान देता है. यहां कोयले और यूरेनियम के भंडार हैं.
प्रमुख कोयला क्षेत्र
यहां स्थित विश्रामपुर, रामकेला और प्रतापपुर जिले के प्रमुख कोयला क्षेत्र हैं. जबकि सूरजपुर, सारासोर और प्रतापपुर मुख्य यूरेनियम क्षेत्र हैं.
बड़े-बड़े कारखाने
इसके अलावा यहां रेशम, रबड़ के आइटम, चमड़े से बनी वस्तुएं, लोहे की मशीनरी के बड़े-बड़े कारखाने भी हैं.
खेती
कृषि की बात करें तो जिले में मक्का, चावल, गन्ना, गेहूं, मूंगफली, दाल, चना, मटर, सरसों, मसूर आदि की बड़े स्तर पर पैदावार की जाती है.
मशहूर वाटरफॉल
सूरजपुर में दो मशहूर वाटरफॉल भी हैं, जहां दूर-दूर से पर्यटक पहुंचते हैं. जिन्हें कुमेली वाटरफॉल और रकस गंडा वाटरफॉल के नाम से जाना जाता है.
कुमेली वाटरफॉल
कुमेली वाटरफॉल की बात करें ये करीब 70 फीट की ऊंचाई से गिरता है, जिसकी खूबसूरती का लुफ़्त लेने के लिए विभिन्न राज्यों से सैलानी पहुंचते हैं.
रायपुर से दूरी
रिहंद नदी के किनारे बसा हुआ सूरजपुर प्रदेश की राजधानी रायपुर से करीब 340 किलोमीटर दूर है