डाउनफॉल नहीं डिगा पाया महिलाओं का साहस; बिलासपुर में नारी शक्ति ने पशुआहार को बनाया ब्रांड

Abhinaw Tripathi
Oct 12, 2024

Startup in Bilaspur

अक्सर देखा जाता है कि लोग स्टार्टअप करते हैं तो फायदा और नुकसान को लेकर डरते हैं. ऐसा होना लाजिमी भी है, ऐसा ही एक स्टार्टअप छत्तीसगढ़ की स्वयं सहायता समहू की महिलाओं ने किया, उन्हें शुरूआती चरण में निराशा हाथ लगी, कुछ ने इस स्टार्टअप को छोड़ दिया लेकिन कुछ बची महिलाओं ने जो काम किया आज लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं. जानिए ऐसा क्या स्टार्टअप महिलाओं ने किया जिसकी चर्चा हो रही है.

नई पहचान

बिलासपुर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम अकलतरी की महिलाओं ने अपने जज्बे और हिम्मत से गांव को एक नई पहचान दी है.

एक ब्रांड

अकलतरी अब पशु आहार उत्पादन के क्षेत्र में एक ब्रांड के रूप में उभर रहा है, यहां बनने वाले पशु आहार की पहले गांव में मांग नहीं थी.

योजना

बता दें कि महात्मा गांधी औद्योगिक विकास योजना के तहत 2023 में जय भारत स्व सहायता समूह की महिलाओँ ने पशु आहार बनाने का काम शुरू किया.

पशु पालक

उन्हें उम्मीद थी कि उनके गांव के पशु पालक उनका साथ देंगे व उनका बनाया हुआ पशु आहार बिक जाएगा, ऐसा नहीं हुआ पशु पालकों ने उनके बनाए आहार को लेने की जगह मार्केट में मिलने वाले पशु आहार पर भरोसा जताया.

छोड़ा साथ

गांव से सहयोग नही मिलने पर समूह की तीन महिलाओं ने साथ छोड़ दिया, बची हुई सात महिलाओं का विश्वास भी डगमगाया, लेकिन महिलाओं ने हार नहीं मानी.

मुनाफा

महिलाओं की मेहनत रंग लाई और उनके उत्पाद की डिमांड बढ़ने लगी और अब वे आठ जिलो में अपने पशु आहार को बेचकर मुनाफा कमा रही हैं.

लोन

प्रारंभ में जिला पंचायत से 0 प्रतिशत ब्याज दर पर 6 लाख रुपये का ऋण मिला, एसबीआई से 4 लाख रुपये का लोन लिया, इसके अलावा 7 लाख रुपए 12 प्रतिशत में लोन लेकर पशु आहार बनाया.

पशुआहार

इसे लेकर के महिलाओं का कहना है कि उनके ऊपर कोई भरोसा नहीं करता था. लेकिन अब पशुपालक बाहर से इनसे पशुआहार मंगवाते हैं.

कलेक्टर ने कहा

इन महिलाओं का आत्म विश्वास बढ़ाते हुए बिलासपुर जिले के कलेक्टर अवनीश शरण ने कहा कि महिलाओं ने अपनी संस्था का टर्नओवर करोंड़ों पहुंचा दिया, जो दूसरों को प्रेरणा देता है.

VIEW ALL

Read Next Story