छत्तीसगढ़ के इस गांव में महिलाएं न लगाती हैं सिन्दूर और न ही करती हैं श्रृंगार

धमतरी जिले में अजीबोगरीब परंपरा

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्थित सदबहारा गांव अपनी अनोखी परंपरा के लिए जाना जाता है. (Photo credit: AI for Visual representation)

सिंदूर और सोलह श्रृंगार से वंचित महिलाएं

यहां की महिलाएं न तो मांग में सिंदूर भरती हैं और न ही सोलह श्रृंगार करती हैं. यही नहीं, वो चारपाई और कुर्सी पर नहीं बैठती है. (Photo credit: AI for Visual representation)

सदियों से अजीबोगरीब परंपरा

यह अजीबोगरीब परंपरा सदियों से चली आ रही है. (Photo credit: AI for Visual representation)

देवी का वास

कहा जाता है कि गांव में एक देवी का वास है और अगर महिलाएं इन नियमों का उल्लंघन करेंगी तो देवी नाराज हो जाएंगी और गांव पर आफत आ जाएगी.

परंपरा से डरते हैं

गांव के लोग इस परंपरा को मानने से डरते हैं.

जमीन पर ही सोती हैं महिलाएं

यही वजह है कि महिलाएं आज भी जमीन पर ही सोती हैं और लकड़ी की वस्तुओं से दूर रहती हैं.

कई लोगों ने बताया अंधविश्वास

हालांकि, कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस परंपरा को अंधविश्वास बताया है और महिलाओं को जागरूक करने की कोशिश की है, लेकिन गांव के लोग इन बातों को मानने को तैयार नहीं हैं.

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