द्रोपदी ने इसलिए दिया था चंबल नदी को श्राप!

Abhinaw Tripathi
Aug 06, 2024

द्वापर युग

ये बात द्वापर युग की है, इस युग में द्रौपदी ने चंबल नदी को श्राप दिया था.

कौरव- पांडव

महाभारत काल में चंबल नदी के किनारे ही कौरवों और पांडवों के बीच शतरंज का खेल हुआ था. इसमें पांडव द्रौपदी को दुर्योधन से हार गए थे.

दिया श्राप

इसके बाद ही द्रौपदी ने क्रोध में आकर चंबल की पूजा-अर्चना से परहेज किए जाने का श्राप दिया था.

राजा रंतिदेव

इसके अलावा कहा जाता है कि राजा थे रंतिदेव जिन्होंने यज्ञ के लिए हजारों जानवरों की बलि दे दी थी.

अपवित्र

बलि देने के बाद उसका खून बहा दिया था. जिसके बाद खून ने नदी का रूप ले लिया था. जिसकी वजह से इसे अपवित्र माना जाता है,

जानापाव

चंबल मध्य भारत की प्रमुख नदी है, जो मध्य प्रदेश में विंध्य रेंज से महू के जानापाव से निकलती है.

सहायक नदियां

चंबल नदी एमपी से निकलने के बाद राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश राज्य से होकर बहती है. इसकी 11 सहायक नदी है.

नहीं होती पूजा

जिसकी वजह से इस नदी की पूजा नहीं की जाती है. इस नदी के अलावा भारत की कई और नदियां श्रापित हैं.

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