हनुमान चालीसा की एक पंक्ति में कहा गया है कि 'जो शत बार पाठ कर कोई। छूटहि बंदि महा सुख होई.'
इसका अर्थ है हनुमान चालीसा का सौ बार पाठ करने से व्यक्ति को हर बंधन से मुक्ति मिल सकती है.
शास्त्रों के अनुसार हनुमान चालीसा का पाठ 100 बार करना चाहिए. अगर आप इसे 100 बार नहीं कर सकते तो कम से कम 7, 11 या 21 बार करें.
अगर आप हनुमान जी को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाना चाहते हैं तो सुबह या शाम हनुमान चालीसा का पाठ करें.
पाठ शुरू करने से पहले स्नान अवश्य कर लें.