हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार भाग्य रेखा को महत्वपूर्ण माना जाता है.
कलाई के मध्य से प्रारंभ होकर ऊपर की ओर जाने वाली रेखा भाग्य रेखा कहलाती है.
यह रेखा अनामिका उंगली के नीचे समाप्त होती है. कई लोगों के हाथों में भाग्य रेखा बहुत मजबूत होती है.
यदि यह रेखा हाथ में स्पष्ट दिखाई दे और बिना टूटी हुई हो तो यह सबसे अच्छी भाग्य रेखा मानी जाती है.
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार ऐसी रेखा वाले व्यक्ति का भाग्य बहुत उज्ज्वल होता है.
स्पष्ट और गहरी भाग्य रेखा वाले लोग कम मेहनत में ही अधिक सफलता प्राप्त कर लेते हैं.