बहते हुए खून ने पिघला दिया था अशोक का हृदय; इस युद्ध के बाद छोड़ी थी तलवार
Abhinaw Tripathi
Nov 13, 2024
Kalinga War History
भारत का इतिहास काफी ज्यादा गौरव शाली है. यहां पर कई सम्राट हुए जिनकी चर्चा आज भी की जाती है. ऐसे ही हम बात करने जा रहे हैं सम्राट अशोक के बारे में जिनका हृदय बहते हुए आंसूओ को देखकर पिघल गया था. जानते हैं विस्तार से.
चर्चित
सम्राट अशोक की चर्चा इतिहास में कुशल सम्राट के रूप में की जाती है, वो अपनी कौशल के बदौलत काफी ज्यादा चर्चित थे.
घातक
सम्राट अशोक और कलिंग साम्राज्य के बीच सबसे घातक और चर्चित युद्ध हुआ था.
ईसा पूर्व
ये युद्ध 261 ईसा पूर्व में लड़ा गया था, इस युद्ध में लगभग लाखों लोगों की जान चली गई थी.
हृदय परिवर्तित
इस युद्ध में मौर्य सेना ने कलिंग की सेना को हराया था. इस युद्ध में हुए रक्तपात को देखकर अशोक का हृदय परिवर्तित हो गया था.
बौद्ध धर्म
इस युद्ध के बाद अशोक का हृदय परिवर्तन हो गया और उन्होंने तलवार छोड़ दी. साथ ही साथ बौद्ध धर्म अपना लिया.
निर्माण
इसके बाद अशोक बौद्ध धर्म के प्रचार- प्रसार में जुट गए और देश भर में कई ऐतिहासिक इमारतों का उन्होंने निर्माण कराया.
कहां हुआ
यह युद्ध धौली पहाड़ियों पर लड़ा गया था, जो दया नदी के तट पर स्थित है. उस समय कलिंग के राजा अनंत पद्मनाभन थे.
परिवर्तन
कहा जाता है कि इस युद्ध को अशोक ने अपने साम्राज्य विस्तार के लिए लड़ा था, हालांकि इसी युद्ध के बाद उनका हृदय परिवर्तन हो गया.