शारदीय नवरात्रि

शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक चलेगी. जिसमें 9 दिनों तक माते के 9 रूपों की पूजा की जाएगी.

Shyamdatt Chaturvedi
Oct 19, 2023

नवरात्रि का छठवां दिन

20 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि के छठवें दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाएगी. आइये जानें मां के मंत्र और भोग

क्यों पड़ा नाम

महिषासुर को मारने के लिए महर्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम इस रूप की पूजा की थी. इस कारण मां का कात्यायनी नाम पड़ा.

माता का रूप

माता कात्यायनी रूप बेह सौम्य और मोहक है. इस रूप में माता सिंह की सवारी करती हैं.

बीज मंत्र

क्लीं श्री त्रिनेत्रायै नम:

प्रार्थना मंत्र

चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहना, कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी

स्तुति मंत्र

या देवी सर्वभूतेषु मां कात्यायनी रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

भोग

मां कात्यायनी शहद का को भोग लगाना चाहिए.

माता का प्रताप

मां कात्यायनी की पूजा से शादी विवाह में आ रही बाधा दूर होती है. साथ ही दुश्मन से आजादी मिलती है.

ध्यान दें..!

ये जानकारी सामान्य चर्चाओं, कथाओं और प्रवचनों पर आधारित है. Zee MPCG इसको लेकर दावा नहीं करता है.

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