इन मंत्र, विधी और भोग से नवरात्रि के दूसरे दिन करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा

Shyamdatt Chaturvedi
Oct 15, 2023

15 अक्टूबर से प्रारम्भ होकर 23 अक्टूबर तक शारदीय नवरात्रि रहेगी. इस दौरान 9 दिन माता के 9 रूपों की पूजा होगी

नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी.

पूजा का फल- मां ब्रह्मचारिणी के पूजन से आलस्य, अंहकार, लोभ, असत्य, स्वार्थ व ईर्ष्या दूर हो जाती है.

बीज मंत्र- ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:

प्रार्थना मंत्र- दधाना कर पद्माभ्यामक्षमाला कमण्डलू, देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्तमा

स्तुति मंत्र- या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

भोग- मां ब्रह्मचारिणी को भोग में चीनी, मिश्री और पंचामृत का भोग लगाएं. माता दो दूध और दूध से बने व्‍यंजन पसंद हैं.

माता का प्रताप- ब्रह्मचारिणी की भक्ति से व्यक्ति में तप की शक्ति, त्याग, सदाचार, संयम और वैराग्य जैसे गुणों में वृद्धि होती है

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