मध्य प्रदेश के जंगलों में घूम रहा है महाभारत का यह शापित योद्धा!

Abhay Pandey
Apr 28, 2024

एकमात्र जीवित कौरव योद्धा

महाभारत के युद्ध के बाद, अश्वत्थामा एकमात्र कौरव योद्धा था जो जीवित बचे था.

अमरता का वरदान और रहस्यमयी मणि

अश्वत्थामा को भगवान शंकर से अमरता का वरदान मिला था. अश्वत्थामा के पास एक मणि थी जो उसे सभी प्रकार की परेशानियों से बचाती थी.

पांडवों के पुत्रों की हत्या

गुरु द्रोण की हत्या के बाद क्रोधित अश्वत्थामा ने पांडवों के शिविर पर हमला किया और उनके पांच पुत्रों को मार डाला था.

भगवान कृष्ण का श्राप

इसके बाद, अर्जुन ने अश्वत्थामा को पकड़ा और उनसे उनकी मणि छीन ली थी. साथ ही भगवान कृष्ण ने श्राप दिया था कि अश्वत्थामा लंबे समय तक भटकता रहेगा.

अश्वत्थामा का रहस्यमयी अस्तित्व

यह कहा जाता है कि अश्वत्थामा आज भी जीवित हैं और मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और ओडिशा के जंगलों में भटक रहा है.

मध्य प्रदेश में अश्वत्थामा

विंध्याचल पहाड़ियां मध्य प्रदेश में इंदौर जिले के पास महू से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां खोदरा महादेव विराजमान हैं और इसे अश्वत्थामा की तपस्या स्थली के रूप में पूजा जाता है. कुछ लोग उनका दर्शन करने का दावा भी करते हैं.

कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं

हालांकि, इन दावों का समर्थन करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है.

अश्वत्थामा का अनसुलझा रहस्य

अश्वत्थामा का अस्तित्व एक रहस्य बना हुआ है, जो लोगों को सदियों से मोहित करता रहा है.

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