मालवीय जी के विचार बदल सकते हैं सोच; जानें

Abhinaw Tripathi
Oct 21, 2024

Madan Mohan Malviya

मदन मोहन मालवीय जी का जीवन काफी सुव्यवस्थित था, मालवीय जी के विचारों को काफी ज्यादा संख्या में लोग अपनाते हैं, यहां पढ़ें मालवीय जी के विचार.

स्वयं की निंदा

जो इंसान अपने स्वयं की निंदा सुन लेता है वह सारे विश्व पर विजय प्राप्त कर लेता है.

विनम्रता

विनम्रता के बिना ज्ञान बेकार है.

निर्भयता

निर्भयता ही स्वतंत्रता का एक मात्र मार्ग है. निडर बनो और न्याय के लिए लड़ो.

एकता का मुख्य आधार

भारत की एकता का मुख्य आधार है एक संस्कृति, जिसका उत्साह कभी नहीं टूटा, यही इसकी विशेषता है.

प्रेम

आप प्रेम को खरीद नहीं सकते, लेकिन इसके लिए आपको भारी जुर्माना जरुर भरना पड़ता है.

बड़ा स्त्रोत

हम मानते हैं कि धर्म चरित्र का आधार है और मानव सुख का सबसे बड़ा स्त्रोत है.

साधारण

कमजोर आदमी हर काम को असम्भव समझता है जबकि वीर साधारण.

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