खूनी भंडारा

बुरहानपुर में स्थित खूनी भंडारा जिसे कुंडी भंडारा भी कहा जाता है, यह जमीन के नीचे शुद्ध पानी की भूमिगत जल प्रणाली है.

Apr 15, 2024

अद्भुत संरचना

खूनी भंडारा एक अद्भुत संरचना है, जहां पानी को शुद्ध करके एक जगह से दूसरी जगह पर भेजा जाता है, जिसका उपयोग होता है.

1615 में निर्माण

खूनी भंडारा का निर्माण मुगलकॉल में 1615 में हुआ था. बुरहानपुर में अकबर के सूबेदार रहे अब्दुल रहीम खानखाना ने इसे बनवाया था.

पूरा शहर पीता था पानी

1615 में निर्माण के बाद से ही कुंडी भंडारा से ही बुरहानपुर शहर में पानी की सप्लाई होती थी, तब इसी से पूरा शहर पानी पीता था.

इस तरह हुआ निर्माण

कुंडी भंडारा के चारों तरफ सतपुड़ा की पहाड़ियों से रिसने वाले पानी को 108 कुंडों में जमा किया जाता है, यह सब हवा के दम पर होता है.

गुरुत्वाकर्षण का नियम

यह गुरुत्वाकर्षण के नियम पर आधारित है, जहां सतपुड़ा पहाड़ से रिसने वाला पानी पहली कुंडी से बहते हुए आखिरी कुंडी पर पहुंच जाता है.

400 साल का इतिहास

खूनी भंडारा का इतिहास 400 साल पुराना हो चुका है, यह जीवित संरचना आज भी बुरहानपुर के लोगों की प्यास बुझा रही है.

खून से नहीं है संबंध

खूनी भंडारा का खून से कोई संबंध नहीं है, पहले इसके पानी का रंग थोड़ा लाल था, जिसके चलते इसका नाम 'खूनी भंडारा' पड़ गया था.

मिनरल वाटर जैसा शुद्ध पानी

कुंडी भंडारे के पानी की खास बात यह है कि पूरी तरह से शुद्ध है, मिनरल वाटर की तरह ही इसका पानी साफ और पीने लायक है.

रिसर्च का विषय

अपनी आश्चर्यजनक विशेषताओं के कारण बुरहानपुर का कुंडी भंडारा आज भी विशेषज्ञों के लिए रिसर्च का विषय माना जाता है.

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