मध्य प्रदेश के इस जिले में होती है अफीम की खेती, मिलता है लाइसेंस

Arpit Pandey
Oct 10, 2024

नशीला पदार्थ

अफीम को दुनिया के सबसे नशीले पदार्थों में से एक माना जाता है.

मंदसौर

मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में बड़े पैमाने पर हर साल अफीम की खेती होती है.

लाइसेंस

मंदसौर जिले में अफीम की खेती करने के लिए हर साल किसान लाइसेंस लेते हैं.

फसल

मंदसौर में अफीम की बुआई नवंबर महीने में होती है, मार्च अप्रैल में फसल तैयार हो जाती है.

कमाई

मंदसौर में अफीम की खेती से हर साल किसानों की मोटी और अच्छी कमाई होती है.

अफीम का डोडा

अफीम के एक डोडे में 20 से 25 ग्राम अफीम ही निकलता है, इसकी कीमत हजारों में होती है.

काला सोना

अफीम को 'काला सोना' भी कहा जाता है क्योंकि अफीम का रंग काले कलर का होता है.

शुरुआत

भारत में अफीम की खेती मुगल शासक अकबर के समय में 1556 से 1605 में शुरू हुई थी.

एमपी में खेती

मंदसौर के अलावा एमपी के नीमच समेत कुछ और जिलों में भी अफीम की खेती होती है.

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