मृत्युशैय्या पर लेटे रावण ने लक्ष्मण को दिया था ये उपदेश, जानें

Abhinaw Tripathi
Jun 08, 2024

Ravana Ka Updesh

प्रभु राम और लक्ष्मण के जीवन से जुड़ी कई सारी कहानियां प्रसिद्ध है. ऐसे ही हम आपको बताने जा रहे हैं रावण मृत्युशैय्या पर लेटे हुए लक्ष्मण को क्या उपदेश दिया था.

सीताहरण

प्रभु राम के वन जाने के बाद माता सीता का हरण हो जाता है. प्रभु राम माता को खोजते हैं तो पता चला है कि उनका हरण लंकापति रावण किया है.

लंका चढ़ाई

प्रभु राम लंका पर चढ़ाई करते हैं फिर रावण का वध करते हैं, रावण मरने से पहले लक्ष्मण को ये उपदेश देता है.

शत्रु को कमजोर

इंसान को कभी भी अपने शत्रु को खुद से कमजोर नहीं समझना चाहिए, क्योंकि कई बार जिसे हम कमजोर समझते हैं वहीं हमसे ज्यादा ताकतवर साबित हो जाता है

बल का दुरुपयोग

खुद के बल का दुरुपयोग कभी भी नही करना चाहिए, घमंड इंसान को ऐसे तोड़ देता है, जैसे दांत किसी सुपारी को तोड़ता है.

अपना हितैषी

इंसान को हमेशा अपने हितैषियों की बातें माननी चाहिए, क्योंकि कोई भी हितैषी अपनों का बुरा नहीं चाहता.

शत्रु और मित्र

हमें शत्रु और मित्र की हमेशा पहचान करनी चाहिए, कई बार जिसे हम अपना मित्र समझते हैं वे ही हमारे शत्रु साबित हो जाते हैं. जिसे हम पराया समझते हैं असल मे वे ही हमारे अपने होते हैं.

पराई स्त्री

हमें कभी भी पराई स्त्री पर बुरी नजर नहीं डालनी चाहिए, क्योंकि पराई स्त्री और बुरी नजर डालने वाला इंसान नष्ट हो जाता है.

यहां पर धार्मिक ग्रंथों के आधार पर दी गई है. इससे अधिक जानकारी के लिए आप धार्मिक ग्रंथों का सहारा ले सकते हैं.

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