देश में कई जगहों पर रावण की पूजा की जाती है. लेकिन पांच जगहों पर रावण को विशेष तौर पर पूजा जाता है.
Arpit Pandey
Oct 23, 2023
रावण को भगवान का दर्जा
देश के इन पांच स्थानों पर रावण को भगवान का दर्ज दिया जाता है, इसलिए यहां दशानन की पूजा की जाती है.
विदिशा का रावण मंदिर
मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में आने वाले रावण गांव में रावण की पूजा होती है. यहां रावण का मंदिर भी है, जिसमें रावण की 10 फीट लंबी मूर्ती भी है.
बिसरख का रावण मंदिर
उत्तर प्रदेश के बिसरख गांव में भी रावण की पूजा होती है. धार्मिक मान्यताओं अनुसार इस गांव को रावण का जन्मस्थान माना जाता है.
दशानन मंदिर कानपुर
कानपुर में स्थित 100 साल पुराने दशानन मंदिर में भी रावण की पूजा होती है. यह मंदिर दशहरे के दिन ही खोला जाता है.
1890 में बना था यह मंदिर
कानपुर का दशानन मंदिर 1890 में राजा गुरु प्रसाद शुक्ल ने बनवाया था.
जोधपुर का रावण मंदिर
राजस्थान के जोधपुर में स्थित रावण मंदिर में भी विधि-विधान से दशहरे पर रावण की पूजा की जाती है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां रावण का विवाह मंदोदरी से हुआ था.
मंदसौर में रावण की पूजा
एमपी के मंदसौर में भी रावण की पूजा होती है, यहां रावण को जमाई माना जाता है. मान्यता है कि मंदोदरी मंदसौर की थी.
कई जगहों पर होती है पूजा
यह तो गिने चुने स्थान हैं, इसके अलावा भी देश के कई स्थानों पर रावण की पूजा होती है.
रावण का हुआ था वध
दशहरे पर भगवान राम ने रावण का वध किया था. जिसके बाद असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के रूप में दशहरा मनाया जाता है.