पीरियड्स के दर्द में

इसको खाने से शरीर में ऑक्सीटोसिन का लेवल बढ़ता है जो पीरियड्स में होने वाले दर्द में आराम दिलाता है.

लैक्टेटिंग वुमेन

कच्चा पपीता लैक्टेटिंग वुमेन में दूध उत्पादन की क्षमता को बढ़ाता है. इसीलिए इस दौरान महिलाओं को इसका सेवन जरूर करना चाहिए.

इम्यूनिटी में

मां बनने वाली महिलाओं में इम्यूनिटी थोड़ी कमजोर होती है. कच्चा पपीता में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होता है.

इंसुलिन

कच्चा पपीता खाने से शरीर में इंसुलिन की मात्रा बैलेंस होती है जिससे ये शरीर में शुगर को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है.

पाचन में

कच्चा पपीता में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो कब्ज की समस्या को दूर करता है और डायजेशन में सुधार करता है.

यूरिन इंफेक्शन में

अक्सर महिलाओं में यूरिन इंफेक्शन की समस्या रहती है. कच्चा पपीता में इंफेक्शन पैदा करने वाले बैक्टेरिया को बढ़ने से रोकने में मदद करता है.

एंटीऑक्सीडेंट

कच्चा पपीता में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होता है जिससे कई बिमारियों से लड़ने में मदद मिलती है.

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