अयोध्या के बाद श्रीराम की तपोभूमी चित्रकूट में बड़ा फैसला
Zee News Desk
Oct 30, 2023
चित्रकूट
चित्रकूट में प्राकृतिक सुंदरता और जंगल को सुरक्षित करने के लिए वन विभाग ने रिजर्व फारेस्ट घोषित किया है.
6500 एकड़ जमीन
भगवान राम की तपोभूमि को संस्कृति वन के रूप में 6500 एकड़ जमीन को वन विभाग ने सुरक्षित किया है.
संस्कृति वन
इसी आरक्षित वन भूमि में स्टेट हाइवे से लगी हुई भूमि पर संस्कृति वन बनाया जा रहा है.
आम जन प्रतिबंधित
रिजर्व फारेस्ट घोषित होने के बाद एक बड़े भाग में आम जन का निस्तार प्रतिबंधित हो जाएगा.
विनाश पर रोक
इससे पूरे क्षेत्र में हो रहे जंगल के विनाश पर रोक लगेगी.
अवैध कब्जा
चित्रकूट के अनुसुइया वन खंड के कोटरिया, अनसुइया, पडमनिया, राजौला की 154 आरजिया है जिनपर अवैध कब्जे शुरू कर जंगल की प्राकृतिक सुंदरता नष्ट की जाने लगी थी.
वन भूमि
इससे पहले 2 मई 1967 को इस भूमि को वन भूमि घोषित किया गया था.
भू-माफिया
लेकिन भू-माफियाओं द्वारा इस वन भूमि पर लगातार अतिक्रमण कर कब्जा किये जाने के कारण इसे रिजर्व फारेस्ट घोषित कर दिया गया.
वन अधिनियम
अब इस क्षेत्र में वन अधिनियम की 1927 की धारा 26(1) लागू हो गयी है, जिससे अब क्षेत्र में आम जन का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है.