महाभारतकाल से जुड़ी है इस किले की कहानी, अश्वत्थामा से है संबंध

Ranjana Kahar
Jul 08, 2024

मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में स्थित असीरगढ़ किला अपने आप में कई रहस्य समेटे हुए है.

असीरगढ़ किले का इतिहास बहुत पुराना है. यहां पांच हजार साल पुराना शिव मंदिर मौजूद है.

महाभारतकाल

कहा जाता है कि महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक अश्वत्थामा आज भी इस किले में मौजूद हैं.

अश्वत्थामा

इस किले पर एक शिव मंदिर भी स्थित है. ऐसा माना जाता है कि अश्वत्थामा स्वयं प्रतिदिन यहां भोलेनाथ की पूजा करने आते हैं और वे ही सबसे पहले शिवलिंग पर गुलाब का फूल चढ़ाते हैं.

भगवान कृष्ण ने दिया था श्राप

अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने निकले अश्वत्थामा को भगवान कृष्ण ने युगों-युगों तक भटकने का श्राप दिया था.

खुदाई

हाल ही में असीरगढ़ को लेकर किले के पश्चिमी हिस्से में खुदाई की गई थी. खुदाई के दौरान पुरातत्व विभाग की टीम को कई रहस्यमयी चीजें मिलीं थीं.

खूबसूरत महल

खुदाई स्थल पर जमीन के नीचे एक खूबसूरत महल मिला. महल में 20 गुप्त कमरे पाए गए थे. इस महल में एक स्नान कुंड भी है. जेल में लोहे की खिड़कियाँ हैं.

अहीर वंश के राजा आसा अहीर

असीरगढ़ किले का निर्माण अहीर वंश के राजा आसा अहीर ने करवाया था. यह किला देखने में जितना शानदार है, उतना ही अद्भुत भी है.

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