MP में है एक अनोखा मंदिर जहां हनुमान जी खुद लाए थे शनिदेव को
Ranjana Kahar
Jul 05, 2024
मुरैना
मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में स्थित भगवान शनिदेव मंदिर देश का सबसे प्राचीन त्रेतायुगीन शनि मंदिर माना जाता है.
प्रसिद्ध
शनिदेव का यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है. लोग दूर-दूर से इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं. इसका इतिहास रामायण काल से जुड़ा हुआ है.
त्रेता युग
भगवान शनिदेव यहां त्रेता युग से ही विराजमान हैं. बाद में उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य ने यहां मंदिर बनवाया.
प्रभावशाली
यह मंदिर देश के सबसे पुराने शनि मंदिरों में से एक माना जाता है. शनिदेव का मंदिर होने के कारण यह स्थान बहुत प्रभावशाली माना जाता है.
मंदिर की विशेषता
इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां लोग शनिदेव को तेल चढ़ाने के बाद उन्हें गले लगाते हैं.
पौराणिक मान्यता
पौराणिक कथाओं के अनुसार रावण ने शनिदेव को कैद कर लिया था. जब हनुमान जी माता सीता की खोज में लंका पहुंचे तो उन्होंने वहां शनिदेव को रावण द्वारा कैद देखा.
हनुमान जी खुद लाए थे शनिदेव को
हनुमानजी को देखते ही शनिदेव ने उनसे विनती की कि वे उन्हें यहां से मुक्त करा दें. लंका दहन के बाद हनुमानजी शनिदेव को लंका से लाए और मुरैना के ऐंती गांव के पास पहाड़ पर छोड़ दिया.
प्रतिमा
यहां स्थापित शनिदेव देश के अन्य शनि मंदिरों में स्थापित प्रतिमा से बिल्कुल अलग हैं. यहां वे आंखें बंद करके तपस्या की मुद्रा में हैं.