इश्क़ खता है तो...पढ़ें राहत इंदौरी के चुनिंदा शेर

Ranjana Kahar
Mar 23, 2024

Rahat Indori Shayari

राह के पत्थर से बढ़ कर कुछ नहीं हैं मंज़िलें, रास्ते आवाज़ देते हैं सफ़र जारी रखो, एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तों, दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो.

Rahat Indori Shayari

तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो.मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो.

Rahat Indori Shayari

फूलों की दुकानें खोलो, खुशबू का व्यापार करो. इश्क़ खता है तो, ये खता एक बार नहीं, सौ बार करो.

Rahat Indori Shayari

वबा फैली हुई है हर तरफ़, अभी माहौल मर जाने का नहीं!

मैं मर जाऊँ तो मेरी इक अलग पहचान लिख देना, लहू से मेरी पेशानी पे हिन्दुस्तान लिख देना...!

जुबां तो खोल, नजर तो मिला, जवाब तो दे. मैं कितनी बार लुटा हूँ, हिसाब तो दे.

अपने हाकिम की फकीरी पे तरस आता है, जो गरीबों से पसीने की कमाई मांगे.

ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगे, जो हो परदेस में वो किससे रज़ाई मांगे.

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