यहां अग्नि नहीं पानी को साक्षी मानकर की जाती है शादी

Zee News Desk
May 16, 2024

हिंदू धर्म के अनुसार दूल्हा दुल्हन अग्नि को साक्षी मानकर शादी करते हैं.

छत्तीसगढ़ के बस्तर में आदिवासी समाज के लोग अग्नि नहीं पानी को साक्षी मानकर शादी करते हैं.

धुरवा समाज

धुरवा समाज में यह परंपरा बहुत लंबे समय से चलती आ रही है.

पूरा गांव लेता है फेरा

यहां दूल्हा दुल्हन के साथ पूरा गांव पानी के फेरे लेता है.

भाई बहन की शादी

धुरवा समाज में बहन की बेटी मामा के बेटे से शादी कर सकती है.

कारण

शादी में होने वाले फिजूलखर्च को कम करने के लिए ये परंपरा शुरू की गई थी.

पानी की पूजा

धुरवा समाज लोग पानी को भगवान के तरह पूजते हैं और पानी को अपना मां मानते हैं.

कांकेर नदी

कांकेर नदी के पानी को साक्षी मानकर धुरवा समाज के लोग अपनी सभी कार्यों की शुरुआत करते हैं.

कहां से लाते हैं पानी

शादी के लिए पानी नदी, तालाब, सेमल के पेड़ और कुएं से लिया जाता है.

डिस्क्लेमर

ये जानकारी मान्यता और सामान्य जानकारियों पर आधारित है.

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