बदल सकती है आपकी बुरी किस्मत! जानिए किस दिशा में होना चाहिए घर का मुख्य द्वार?
Abhay Pandey
Jul 05, 2024
दिशाओं का महत्व
घर खरीदते या बनवाते समय दिशाओं का विशेष ध्यान रखा जाता हैं. वास्तु शास्त्र में दिशाओं का विशेष महत्व है.
घर का मुख्य द्वार
वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि घर का मुख्य द्वार पूर्व या उत्तर दिशा में हो तो यह शुभ माना जाता है. घर का मुख्य द्वार पश्चिम दिशा में होना कम अच्छा होता है.
दक्षिण मुखी घर
वास्तु शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिश में घर का द्वार अशुभ माना जाता है. दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी जाती है. इसका प्रभाव घर में बहुत अशुभ होता है.
परेशानियां
मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध पंडित सचिदानंद त्रिपाठी के अनुसार, घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में होने से परिवार में आर्थिक, शारीरिक और मानसिक परेशानियां बनी रहती हैं.
वास्तु दोष से बचने के उपाय
यदि किसी कारण से आपके घर का प्रवेश द्वार दक्षिण दिशा में है तो वास्तु दोष से बचने के लिए कुछ उपाय हैं, जिनसे वास्तु दोष से बचा जा सकता है.
गणेश भगवान
अगर घर का मुख्य द्वार दक्षिण दिशा में है तो घर के प्रवेश द्वार पर भगवान गणेश की तस्वीर जरूर लगानी चाहिए. इससे वास्तु दोष से बचा जा सकता है.
पंचमुखी हनुमान
घर के मुख्य द्वार पर पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर लगाने से भी वास्तु दोषों का निवारण होता है.
स्वस्तिक चिन्ह
वास्तुशास्त्र के अनुसार घर की दोनों दीवारों पर स्वस्तिक चिन्ह बनाने या मुख्य द्वार पर चांदी का स्वस्तिक लटकाने से वास्तुदोष से बचा जा सकता है.
कैक्टस
यदि घर दक्षिणमुखी है तो घर के मुख्य द्वार पर कैक्टस का पौधा भी लगाया जा सकता है. यह घर के सदस्यों को बुरी नजर से बचाता है.
डिस्क्लेमर
यह लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है. हम इस लेख में शामिल जानकारी और तथ्यों की सटीकता और पूर्णता पर कोई दावा नहीं करते हैं.